प्राचीनकाल से भारतीय खाने की यह विशेषता रही है कि मौसम के अनुसार खानपान में कई तरह के बदलाव किए जाते हैं। कुछ चीजें ऐसी भी होती हैं जिनका सेवन सिर्फ किसी विशेष मौसम में ही किया जाता है। आजकल सर्दियों का मौसम चल रहा है आयुर्वेद के अनुसार सर्दियों मे कुछ खास चीजों का सेवन जरूर करना चाहिए। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ ऐसी ही चीजों के बारे में जो शरीर के अंदर खुद को मौसम के हिसाब से ढालने की क्षमता पैदा करती हैं साथ ही, इनके सर्दियों में सेवन से सालभर बीमारियां दूर रहती हैं।
1. पिंड खजूर
सर्दियों में पिंड खजूर का सेवन शरीर के लिए लाभदायक रहता है। पिंड खजूर में प्रोटीन, वसा और शर्करा पर्याप्त मात्रा पाई जाती हैं। कैल्शियम, लोहा भी पाया जाता है। साथ ही, विटामिन ए, बी और सी भी पाए जाते हैं। पूरी तरह से पके हुए खजूर में शर्करा की मात्रा 85 प्रतिशत तक होती है। प्रति 100 ग्राम खजूर के सेवन से 283 कैलोरी उर्जा मिलती है। सर्दियों में दूध में उबालकर खजूर का सेवन करने से व जिस दूध में खजूर उबाले गए हैं उसे पी लेने से यौन शक्ति बढ़ती है।
2. बादाम
बादाम कई गुणों से भरपूर होते हैं। इसका नियमित सेवन अनेक बीमारियों से बचाव में मददगार है।अक्सर माना जाता है कि बादाम खाने से याददाश्त बढ़ती है,लेकिन यह ड्राय फ्रूट कई रोगों से हमारी रक्षा भी करता है। इसके सेवन से कब्ज की समस्या दूर हो जाती है, जो सर्दियों में सबसे बड़ी दिक्कत होती है। बादाम में डायबिटीज को नियंत्रित करने का गुण होता है। इसमें विटामिन - ई भरपूर मात्रा में होता है।
3. बाजरा
कुछ अनाज शरीर को सबसे ज्यादा गर्मी देते है। बाजरा एक ऐसा ही अनाज है। सर्दी के दिनों में बाजरा की रोटी बनाकर खाएं। छोटे बच्चों को बाजरा की रोटी जरूर खिलानी चाहिए। इसमें कई स्वास्थ्यवर्धक गुण भी होते है। अन्य अनाजों की अपेक्षा बाजरा में सबसे ज्यादा प्रोटीन की मात्रा होती है। इसमें वह सभी गुण होते हैं, जिससे स्वास्थ्य ठीक रहता है। ग्रामीण इलाकों में बाजरा से बनी रोटी व टिक्की को सबसे ज्यादा जाड़ों में पसंद किया जाता है। बाजरा में शरीर के लिए आवश्यक तत्व जैसे मैग्निशियम,कैल्शियम,मैग्नीज, ट्रिप्टोफेन, फाइबर, विटामिन बी, एंटीऑक्सीडेंट आदि भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं।
4. केसर
केसर का वानस्पतिक नाम क्रोकस सैटाइवस है। केसर का स्वाद कड़वा होता है, लेकिन खुशबू के कारण इसका उपयोग किया जाता है। इसमें प्रमुख रूप से कैरोटिन, लाइकोपिन, जियाजैंथिन, क्रोसिन, पिकेक्रोसिन आदि पाए जाते हैं। इसमें ईस्टर कीटोन व सुगंधित तेल भी कुछ मात्रा में मिलते हैं। अन्य रासायनिक यौगिकों में तारपीन एल्डिहाइड और तारपीन एल्कोहल भी पाए जाते हैं। इन रासायनिक व कार्बनिक यौगिकों की उपस्थिति केसर को अनमोल औषधि बनाती है। सर्दियों में केसर का उपयोग लाभदायक रहता है, क्योंकि इसकी तासीर को आयुर्वेद में गर्म माना गया है। ठंड में इसके सेवन से इम्यूनिटी पावर बढ़ता है व पौरुष और सौंदर्य में भी वृद्धि होती है।
5. अदरक
क्या आप जानते हैं कि खाने में अदरक शामिल करने से बहुत सी छोटी-बड़ी बीमारियों से बचा भी जा सकता है।अदरक वाकई में गुणकारी है। सर्दियों में इसका किसी भी तरह से सेवन करने पर बहुत लाभ मिलता है। इससे शरीर को गर्मी मिलती है और पाचन क्रिया दुरुस्त रहती है।
6. शहद
शरीर को स्वस्थ, निरोग और उर्जावान बनाए रखने के लिए शहद को आयुर्वेद में अमृत भी कहा गया है। यूं तो सभी मौसम में शहद का सेवन लाभकारी है, लेकिन सर्दियों में शहद का उपयोग विशेष लाभकारी होता है। ठंड के दिनों में अपने भोजन में शहद को जरूर शामिल करें। इससे डायजेशन में सुधार होगा और प्रतिरक्षा प्रणाली पर भी असर पड़ेगा।
7. दूध
इस मौसम में दूध की मलाई में मिश्री मिलाकर खाने से शरीर को शक्ति मिलती है। एक बादाम को घिसकर दूध में मिलाकर पीना चाहिए, इससे शरीर को बल मिलता है। सफेद मूसली या धोली मूसली का एक चम्मच पाउडर, एक चम्मच पिसी मिश्री लेकर सुबह व रात को सोने से पहले गुनगुने दूध के साथ लें। यह बहुत शक्तिवर्धक है।
8. मूंगफली
100 ग्राम मूंगफली के भीतर ये तत्व मौजूद होते हैं: प्रोटीन- 25.3 ग्राम, नमी- 3 ग्राम, फैट्स- 40.1 ग्राम, मिनिरल्स- 2.4 ग्राम, फाइबर- 3.1 ग्राम, कार्बोहाइड्रेट-26.1 ग्राम, ऊर्जा-567 कैलोरी, कैल्शियम - 90 मिलीग्राम, फॉस्फोरस 350 मिलीग्राम, आयरन-2.5 मिलीग्राम, कैरोटीन- 37 मिलीग्राम, थाइमाइन-0.90 मिलीग्राम, फोलिक एसिड- 20 मिलीग्राम। इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स, विटामिन, मिनिरल्स आदि तत्व इसे बेहद फायदेमंद बनाते हैं। यकीनन इसके गुणों को जानने के बाद आप कम से कम इस सर्दियों में मूंगफली से टाइमपास करने का टाइम तो निकाल ही लेंगे।
9. सब्जियां
अपनी खुराक में हरी सब्जियों का सेवन करें। सब्जियां, शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है और गर्मी प्रदान करती है। सर्दियों के दिनों में मेथी, गाजर, चुकंदर, पालक, लहसुन
बथुआ आदि का सेवन करें। इससे शरीर को ढ़ेर सारी ऊर्जा मिलती है।सर्दियों के दिनों में रसीले फलों का सेवन न करें। संतरा, रसभरी या मौसमी आपके शरीर को ठंडक प्रदान करते है।
10. तिल
सर्दियों के मौसम में तिल खाने से शरीर को ऊर्जा मिलती है। तिल के तेल की मालिश करने से ठंड से बचाव होता है। तिल और मिश्री का काढ़ा बनाकर खांसी में पीने से जमा हुआ कफ निकल जाता है। तिल में कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं जैसे, प्रोटीन, कैल्शियम, बी काॅम्प्लेक्स और कार्बोहाइड्रेट आदि। प्राचीन समय से खूबसूरती बनाए रखने के लिए तिल का उपयोग किया जाता रहा है।
11. उड़द की दाल
सर्दियों में उड़द की दाल से बने पदार्थ भी शक्ति बढ़ाने में विशेष रूप से लाभदायक है खासकर उड़द के लड्डू बनाकर उसका सेवन करने से सेक्स पावर बढ़ता है व शरीर शक्तिशाली बनता है।च्यवनप्राश भी नियमित रूप से ले सकते हैं।आंवले के मुरब्बे के नियमित सेवन से भी जवानी कायम रहती है।ठंड में ताकतवर बनने के लिए फल, सूखे मेवे, चोकर वाले आटे की चपाती, अंकुरित खाद्यान्न आदि अधिक मात्रा में लें। घी व दूध का सेवन रोजाना करें ।
12. गुड़
गुड़ का सेवन अधिकांश लोग ठंड में ही करते हैं। वह भी थोड़ी मात्रा में इस सोच के साथ की ज्यादा गुड़ खाने से नुकसान होता है। इसकी प्रवृति गर्म होती है, लेकिन ये एक गलतफहमी है। गुड़ हर मौसम में खाया जा सकता है और पुराना गुड़ हमेशा औषधि के रूप में काम करता है।आयुर्वेद संहिता के अनुसार यह शीघ्र पचने वाला, खून बढ़ाने वाला व भूख बढ़ाने वाला होता है। इसके अतिरिक्त गुड़ से बनी चीजों के खाने से बीमारियों में राहत मिलती है।
13. छुहारा
छुहारा खुश्क फलों में गिना जाता है, जिसके उपयोग से शरीर हृष्ट-पुष्ट बनता है। सर्दियों में छुहारे बहुत पौष्टिक होते है। अगर पाचन शक्ति अच्छी हो तो खजूर खाना ज्यादा फायदेमंद है। छुहारे का सेवन तो सालभर किया जा सकता है, क्योंकि यह सूखा फल बाजार में सालभर मिलता है। मगर फिर भी ठंड में इसे खाना अधिक बेहतर होता है। सर्दियों में शरीर को शक्ति देने के लिए मेवों के साथ छुहारे का उपयोग खासतौर पर किया जाता है।
14. अंजीर
अंजीर को सर्दियों में खाने का विशेष महत्व है। यह कब्ज को दूर करता है। इसमें में आयरन की काफी मात्रा में होता है। अंजीर में कई रासायनिक तत्व पाए जाते हैं इसमें पानी 80 प्रतिशत, प्रोटीन 3.5 प्रतिशत, वसा 0.2, रेशे 2.3 प्रतिशत क्षार 0.7 प्रतिशत, कैल्शियम 0.06 प्रतिशत फॉस्फोरस 0.03 आयरन1.2 मिग्रा मात्रा में होता है। अंजीर में सोडियम के अलावा पोटैशियम, तांबा , सल्फर और क्लोरिन पर्याप्त मात्रा में होते हैं। ताजे अंजीर में विटामिन ए अत्यधिक मात्रा में पाया जाता है। जबकि विटामिन बी और सी सामान्य होता है। ताजे अंजीर की तुलना में सूखे अंजीर में शर्करा और क्षार तीन गुणा अधिक पाया जाता है।