धूप में बैठें और रहें बीमारियों से दूर ~ Shamsher ALI Siddiquee

Shamsher ALI Siddiquee

मैं इस विश्व के जीवन मंच पर अदना सा किरदार हूँ जो अपनी भूमिका न्यायपूर्वक और मन लगाकर निभाने का प्रयत्न कर रहा है। पढ़ाई लिखाई के हिसाब से विज्ञान के इंफोर्मेशन टेक्नॉलोजी में स्नातक हूँ और पेशे से सॉफ़्टवेयर इंजीनियर हूँ तथा मेरी कंपनी में मेरा पद मुझे लीड सॉफ़्टवेयर इंजीनियर बताता है।

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धूप में बैठें और रहें बीमारियों से दूर

    


शरीर को दिनभर में 10 से 20 नैनोग्राम विटमिन D की जरूरत होती है। अगर हम ठंड में रोज सुबह 15 मिनट धूप में बैठते हैं, तो इससे शरीर को पर्याप्त मात्रा में विटमिन D मिलता है। इससे हार्ट अटैक जैसी बीमारियों को कंट्रोल किया जा सकता है। इससे शरीर में कोलेस्ट्रॉल कम होता है, हार्ट अटैक, हाई BP जैसी बीमारियों से राहत मिलती है। एक नजर इसके फायदों पर...


हेल्दी हार्ट: ठंड में रोज धूप में बैठने से कोलेस्ट्रॉल कम होता है। इससे हार्ट डिजीज का खतरा कम हो जाता है।

स्किन हेल्दी: धूप में बैठने से शरीर के बैक्टीरिया खत्म हो जाते हैं। इससे पिंपल्स, एक्ने और स्किन इंफेक्शन की समस्या दूर हो जाती है।

हाई बीपी: रोज सुबह धूप में बैठने से ब्लड सर्कुलेशन सुधरता है। इससे हाई बीपी की समस्या कंट्रोल होती है।

हड्डी हों मजबूत: ठंड में 15 मिनट धूप लेने से पर्याप्त विटमिन D मिलता है, हड्डियां मजबूत होती हैं।

बीमारियों से बचाए: सर्दियों में रोज धूप में बैठने से शरीर में रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है। इससे सर्दी, खांसी, बुखार जैसी बीमारियों से राहत मिलती है।

मसल्स मजबूत: धूप में बैठने से शरीर में विटमिन D मिलता है। इससे मसल्स हेल्दी और स्ट्रॉन्ग होती हैं।

वजन घटाए: ठंड में रोज धूप में बैठने से बॉडी मॉस इंडेक्स (BMI) कम होता है। इससे वजन घटाने में भी मदद मिलती है।

नींद की समस्या: धूप में बैठने से शरीर में मेलाटोनिन नामक हॉर्मोन बनने लगता है। इससे रात में नींद न आने की समस्या दूर हो जाती है।

डकार आए मतलब शरीर स्वस्थ है

ऐसे आती है डकार 
जब हम खाना खाते हैं तो भोजन के साथ कुछ वायु पेट में प्रवेश कर जाती है। भोजन नली और पेट के बीच एक दरवाजा होता है जो भोजन करते समय खुल जाता है। भोजन के पेट में प्रवेश हो जाने के बाद यह खुद ही बंद हो जाता है। इससे पेट में कुछ वायु इकट्ठी हो जाती है। लेमन सोडा आदि पेय पदार्थों के पीने से भी पेट में ज्यादा गैस पैदा हो जाती है, जिससे शरीर के कंट्रोल रूम रूपी मस्तिष्क बेकार गैसों को बाहर निकालने का आदेश दे देता है। इसके बाद कुछ मांसपेशियां सख्त हो जाती हैं जिससे भोजन नली में छाती और पेट के बीच बना दरवाजा कुछ देर के लिए खुल जाता है। वायु गले और मुंह से होती हुई बाहर आती है जिसे डकार आना कहा जाता है जो पेट भरने का परिचायक नहीं है।

डकार आने पर आवाज का कारण
जब इकट्ठा वायु पेट से भोजन नली में आती है तो एक तरह का कंपन करने लगती है जो गले और मुंह से बाहर निकलने पर आवाज करती है। अगर पेट की वायु बाहर निकलने पर कंपन न करे तो आवाज नहीं होगी, जो असंभव है क्योंकि यह स्वाभाविक शारीरिक क्रिया है।

डकार न आने पर
अगर डकार न आए यानी मस्तिष्क पेट में एकत्रित गैस को बाहर निकालने के लिए आदेश देने में कुछ देरी कर रहा है तो हमें बेचैनी होने लगती है।

अगर डकार न आए तो...
पेट में अक्सर दर्द की शिकायत रहने लगती है।
भूख कम लगने लगती है।
पाचन क्रिया शिथिल पड़ जाती।

अजवायन का पानी पीने के ये फायदे आपको हैरत में डाल देंगे

सिरदर्द से मिलेगा आराम : 
अजवाइन का पानी उबालने पर या उसका पानी पीते हुए जो भाप मिलती है उससे सिरदर्द और नाक के कंजेशन में काफी राहत मिलती है।

उल्टी से राहत :
अजवाइन के पानी से उल्टी भी ठीक की जा सकती है। कई मामलों में, इसको पीने से लगातार आ रहीं उल्टियां भी रुक जाती हैं।

दांत दर्द करता है दूर :
आयुर्वेदिक डॉक्टर यह सलाह देते हैं कि दांत दर्द होने पर अजवाइन के पानी से कुल्ला करें। अजवाइन में मौजूद थायमोल दर्द से राहत दिलाता है और मुंह के स्वास्थ्य का ख्याल रखता है।

पाचन क्रिया बेहतर बनाता है: 
अजवाइन में थायमॉल मौजूद होता है। अजवाइन में मौजूद यह केमिकल पेट से गैस्टिक जूस रिलीज करने में मदद करता है, जो कि पाचन को नुकसान पहुंचाता है और इनके निकलने से पाचन क्रिया आसान हो जाती है।

वजन घटाता है: 
अजवाइन न सिर्फ आपकी पाचन क्रिया को बेहतर करता है बल्कि मेटाबॉलिज्म को भी तेज करता है, जिससे कि वजन घटाने में मदद मिलती है।

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