तुर्की की एक यूनिवर्सिटी में हुए शोध से पता चला है कि देर रात खाने से सेहत को कई तरह के नुकसान होते हैं। यह न केवल आपका रक्तचाप बढ़ाता है, बल्कि दिल का दौरा जैसे खतरों को भी न्योता देता है। शोध के मुताबिक, शाम 8 बजे तक डिनर खत्म कर लेना चाहिए।
यूनिवर्सिटी के कार्डियोलॉजिस्ट्स 700 से भी ज्यादा लोगों पर अध्ययन करके इस नतीजे पर पहुंचे हैं। जिन लोगों को शोध में शामिल किया गया, उनमें महिलाएं और पुरुष दोनों शामिल हैं। इन सभी को उच्च रक्तचाप की शिकायत थी। डॉक्टरों ने शोध में यह पता लगाने की कोशिश की कि खाने के समय और फ़्रीक्वेंसी का सेहत पर क्या असर पड़ता है।
देर से खाने पर बढ़ता है ब्लड प्रेशर
डॉक्टरों ने पाया कि शाम 8 बजे के बाद खाने से ब्लड प्रेशर पर सबसे ज्यादा असर पड़ता है। पाया गया कि जो लोग 8 बजे से बाद खाते हैं, उन्हें हाइपरटेंशन होने की संभावना दोगुनी हो जाती है। मालूम हो कि एक स्वस्थ इंसान के शरीर का रक्चचाप सोते समय 10 फीसद से ज्यादा घट जाता है। इस रिसर्च में शोधकर्ताओं ने पाया कि जो लोग देर से खाते हैं, उनके शरीर का रक्तचाप रात को कम नहीं हो पाता है।
सुबह नाश्ता न करना भी पहुंचाता है बहुत नुकसान
शोध में शामिल जो लोग रात में खाना खाने के 2 घंटे के अंदर ही सोने चले गए, उनमें से 25 फीसदी लोगों के शरीर का ब्लड प्रेशर रात को कम नहीं हो पाया। वहीं जिन लोगों ने शाम 8 बजे से पहले डिनर कर लिया, उनमें से 14 फीसद लोगों का ब्लड प्रेशर कम से कम 10% कम हो गया, जैसा कि एक सेहतमंद इंसान के शरीर में सामान्य तौर पर होना चाहिए। शोधकर्ताओं ने पाया कि शाम 8 बजे के बाद खाने से शरीर में ऐड्रेनलाइन जैसे तनाव पैदा करने वाले हार्मोन्स पैदा होते हैं। ये हार्मोन्स दिल की धड़कनों को अनियमित करते हैं। साथ ही, जो लोग सुबह नाश्ता नहीं करते हैं उनके शरीर का ब्लड प्रेशर भी कम नहीं होता।
इससे पहले आहार विशेषज्ञ शाम 9 बजे तक डिनर कर लेने की सलाह देते थे। आहार विशेषज्ञों का मानना है कि इसके बाद कुछ भी खाने से शरीर का मेटाबॉलिक रेट धीमा हो जाता है। इसके कारण मोटापा बढ़ता है और दिल का दौरा आने की संभावना भी बढ़ जाती है।
भोजन कैसे करें
हाथ-पैर, मुंह धोकर आसन पर बैठकर भोजन करना चाहिए। खड़े-खड़े, जूते पहनकर सिर ढंककर भोजन नहीं करना चाहिए।
भोजन को अच्छी तरह चबाकर खाना चाहिए। वरना दांतों का काम (पीसने का) आंतों को करना पड़ेगा जिससे भोजन का पाचन सही नहीं हो पाएगा।
भोजन करते समय मौन रहना चाहिए। इससे भोजन में लार मिलने से भोजन का पाचन अच्छा होता है।
टीवी देखते या अखबार पढ़ते हुए खाना नहीं खाना चाहिए। स्वाद के लिए नहीं, स्वास्थ्य के लिए भोजन करना चाहिए।
स्वादलोलुपता में भूख से अधिक खाना बीमारियों को आमंत्रण देना है। भोजन हमेशा शांत एवं प्रसन्नाचित्त होकर करना चाहिए।
भोजन के पश्चात क्या न करें
भोजन के तुरंत बाद पानी या चाय नहीं पीना चाहिए। भोजन के पश्चात घुड़सवारी, दौड़ना, बैठना, शौच आदि नहीं करना चाहिए।
भोजन के पश्चात क्या करें
भोजन के पश्चात दिन में टहलना एवं रात में सौ कदम टहलकर बाईं करवट लेटने से भोजन का पाचन अच्छा होता है। भोजन के एक घंटे पश्चात मीठा दूध एवं फल खाने से भोजन का पाचन अच्छा होता है।
क्या क्या न खाएं
रात्रि को दही, सत्तू, तिल एवं गरिष्ठ भोजन नहीं करना चाहिए। दूध के साथ नमक, दही, खट्टे पदार्थ, मछली, कटहल का सेवन नहीं करना चाहिए। शहद व घी का समान मात्रा में सेवन नहीं करना चाहिए। दूध-खीर के साथ खिचड़ी नहीं खाना चाहिए।
यूनिवर्सिटी के कार्डियोलॉजिस्ट्स 700 से भी ज्यादा लोगों पर अध्ययन करके इस नतीजे पर पहुंचे हैं। जिन लोगों को शोध में शामिल किया गया, उनमें महिलाएं और पुरुष दोनों शामिल हैं। इन सभी को उच्च रक्तचाप की शिकायत थी। डॉक्टरों ने शोध में यह पता लगाने की कोशिश की कि खाने के समय और फ़्रीक्वेंसी का सेहत पर क्या असर पड़ता है।
देर से खाने पर बढ़ता है ब्लड प्रेशर
डॉक्टरों ने पाया कि शाम 8 बजे के बाद खाने से ब्लड प्रेशर पर सबसे ज्यादा असर पड़ता है। पाया गया कि जो लोग 8 बजे से बाद खाते हैं, उन्हें हाइपरटेंशन होने की संभावना दोगुनी हो जाती है। मालूम हो कि एक स्वस्थ इंसान के शरीर का रक्चचाप सोते समय 10 फीसद से ज्यादा घट जाता है। इस रिसर्च में शोधकर्ताओं ने पाया कि जो लोग देर से खाते हैं, उनके शरीर का रक्तचाप रात को कम नहीं हो पाता है।
सुबह नाश्ता न करना भी पहुंचाता है बहुत नुकसान
शोध में शामिल जो लोग रात में खाना खाने के 2 घंटे के अंदर ही सोने चले गए, उनमें से 25 फीसदी लोगों के शरीर का ब्लड प्रेशर रात को कम नहीं हो पाया। वहीं जिन लोगों ने शाम 8 बजे से पहले डिनर कर लिया, उनमें से 14 फीसद लोगों का ब्लड प्रेशर कम से कम 10% कम हो गया, जैसा कि एक सेहतमंद इंसान के शरीर में सामान्य तौर पर होना चाहिए। शोधकर्ताओं ने पाया कि शाम 8 बजे के बाद खाने से शरीर में ऐड्रेनलाइन जैसे तनाव पैदा करने वाले हार्मोन्स पैदा होते हैं। ये हार्मोन्स दिल की धड़कनों को अनियमित करते हैं। साथ ही, जो लोग सुबह नाश्ता नहीं करते हैं उनके शरीर का ब्लड प्रेशर भी कम नहीं होता।
इससे पहले आहार विशेषज्ञ शाम 9 बजे तक डिनर कर लेने की सलाह देते थे। आहार विशेषज्ञों का मानना है कि इसके बाद कुछ भी खाने से शरीर का मेटाबॉलिक रेट धीमा हो जाता है। इसके कारण मोटापा बढ़ता है और दिल का दौरा आने की संभावना भी बढ़ जाती है।
भोजन कैसे करें
हाथ-पैर, मुंह धोकर आसन पर बैठकर भोजन करना चाहिए। खड़े-खड़े, जूते पहनकर सिर ढंककर भोजन नहीं करना चाहिए।
भोजन को अच्छी तरह चबाकर खाना चाहिए। वरना दांतों का काम (पीसने का) आंतों को करना पड़ेगा जिससे भोजन का पाचन सही नहीं हो पाएगा।
भोजन करते समय मौन रहना चाहिए। इससे भोजन में लार मिलने से भोजन का पाचन अच्छा होता है।
टीवी देखते या अखबार पढ़ते हुए खाना नहीं खाना चाहिए। स्वाद के लिए नहीं, स्वास्थ्य के लिए भोजन करना चाहिए।
स्वादलोलुपता में भूख से अधिक खाना बीमारियों को आमंत्रण देना है। भोजन हमेशा शांत एवं प्रसन्नाचित्त होकर करना चाहिए।
भोजन के पश्चात क्या न करें
भोजन के तुरंत बाद पानी या चाय नहीं पीना चाहिए। भोजन के पश्चात घुड़सवारी, दौड़ना, बैठना, शौच आदि नहीं करना चाहिए।
भोजन के पश्चात क्या करें
भोजन के पश्चात दिन में टहलना एवं रात में सौ कदम टहलकर बाईं करवट लेटने से भोजन का पाचन अच्छा होता है। भोजन के एक घंटे पश्चात मीठा दूध एवं फल खाने से भोजन का पाचन अच्छा होता है।
क्या क्या न खाएं
रात्रि को दही, सत्तू, तिल एवं गरिष्ठ भोजन नहीं करना चाहिए। दूध के साथ नमक, दही, खट्टे पदार्थ, मछली, कटहल का सेवन नहीं करना चाहिए। शहद व घी का समान मात्रा में सेवन नहीं करना चाहिए। दूध-खीर के साथ खिचड़ी नहीं खाना चाहिए।