दिनभर होंठों पर जीभ फेरना या अंगुलियों से होंठ छूना अगर आपकी भी आदत में शुमार है तो जितनी जल्दी हो सके, यह आदत बदल लीजिए। क्यों? आईये जानते हैं:
दिन भर होंठों पर जीभ फिराने से होंठ जल्दी सूखते हैं। और होंठ जल्दी सूखेंगे तो आपको लिपबाम की जरूरत भी बहुत जल्दी-जल्दी पड़ेगी।
कई बार आप दोस्तों से लिपबाम शेयर भी कर लेते हैं। और कई बार लिपबाम डायरेक्ट न लगाकर अंगुली से लगाते हैं। बस यहीं से मुख्य समस्या शुरू होती है।
अगर आप लिपबाम यूज करते हैं तो थोड़ी सावधानी बरतें। सबसे पहली बात तो यह कि जहां तक हो सके लिपबाम शेयर न करें और दूसरी बात यह कि लिपबाम को सीधे होंठों पर लगाएं, न कि अंगुली की सहायता से लिपबाम लगाएं।
आपकी यही अंगुलियां कीबोर्ड से होते हुए रेस्टरूम के दरवाजे का हैंडल और मोबाइल फोन तक जाने क्या-क्या नहीं छूतीं, तो जाहिर सी बात है कि इन पर कीटाणु (जर्म्स) और विषाणु (वायरस) भी चिपकेंगे।
आपको पता भी नहीं चलता और अंगुलियों पर चिपके कीटाणु और विषाणु होंठों के जरिए हमारे मुंह और फिर हमारे पाचन तंत्र में पहुंच जाते हैं, और बदले में हमें दे जाते हैं बीमारी। इसलिए जहां तक हो सके स्टिकबाम यूज करें जो डायरेक्ट लिप्स पर लगाया जा सके, और अगर स्टिकबाम नहीं है तो अंगुली से लगाने से पहले हाथ साफ कर लें।
सोने से पहले लिप बाम्स की जगह आप होंठों पर ऐलो वेरा जेल या देसी घी भी लगा सकते हैं. नियमित तौर पर इस्तेमाल करने से आपको दोबारा फटे होंठों की दिक्कत कभी नहीं होगी.
एक चीज़ जो हम में से ज़्यादातर लोग सर्दियों में भूल जाते हैं, वो है पानी पीना. शरीर में पानी की कमी, सूखे और फटे होंठों के पीछे एक मुख्य कारण है. इसलिए अपने शरीर में पानी की मात्रा का ध्यान रखें और रोज़ाना 8-10 ग्लास पानी ज़रूर पिएं
विटामिन बी पर्याप्त मात्रा में न लेने से न सिर्फ आप का पाचनतंत्र प्रभावित होता है, बल्कि इस से आप के होंठों की सेहत भी प्रभावित होती है. होंठों के किनारे और मुंह के कोने सूख कर फट जाते हैं. विटामिन बी की कमी से मुंह में अल्सर भी हो जाता है. ऐसे में सर्दी में होंठों को स्वस्थ बनाए रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में विटामिन बी लें.
होंठों को काला होने से बचाना चाहते हैं, तो नीबू का इस्तेमाल करें. नीबू में प्राकृतिक ब्लीच होती है, जिस से होंठों के धब्बे आसानी से हलके हो जाते हैं. होंठों को गुलाबी रंगत देने, उन्हें ठंडा रखने, मौइश्चराइज करने और ऐक्सफोलिएट करने के लिए चुकंदर और गुलाबजल का इस्तेमाल करें. आप गुलाबजल की कुछ बूंदें शहद में मिला कर भी होंठों पर लगा सकती हैं. अपने होंठों को पोषण और नमी देने के लिए आप इन की औलिव औयल से मसाज भी कर सकती हैं. होंठों को प्राकृतिक रूप से गुलाबी बनाने के लिए अनार के रस की कुछ बूंदों को होंठों पर मसलें. अनार के रस में पानी और क्रीम मिला कर होंठों पर लगाएं.
दिन भर होंठों पर जीभ फिराने से होंठ जल्दी सूखते हैं। और होंठ जल्दी सूखेंगे तो आपको लिपबाम की जरूरत भी बहुत जल्दी-जल्दी पड़ेगी।
कई बार आप दोस्तों से लिपबाम शेयर भी कर लेते हैं। और कई बार लिपबाम डायरेक्ट न लगाकर अंगुली से लगाते हैं। बस यहीं से मुख्य समस्या शुरू होती है।
अगर आप लिपबाम यूज करते हैं तो थोड़ी सावधानी बरतें। सबसे पहली बात तो यह कि जहां तक हो सके लिपबाम शेयर न करें और दूसरी बात यह कि लिपबाम को सीधे होंठों पर लगाएं, न कि अंगुली की सहायता से लिपबाम लगाएं।
आपकी यही अंगुलियां कीबोर्ड से होते हुए रेस्टरूम के दरवाजे का हैंडल और मोबाइल फोन तक जाने क्या-क्या नहीं छूतीं, तो जाहिर सी बात है कि इन पर कीटाणु (जर्म्स) और विषाणु (वायरस) भी चिपकेंगे।
आपको पता भी नहीं चलता और अंगुलियों पर चिपके कीटाणु और विषाणु होंठों के जरिए हमारे मुंह और फिर हमारे पाचन तंत्र में पहुंच जाते हैं, और बदले में हमें दे जाते हैं बीमारी। इसलिए जहां तक हो सके स्टिकबाम यूज करें जो डायरेक्ट लिप्स पर लगाया जा सके, और अगर स्टिकबाम नहीं है तो अंगुली से लगाने से पहले हाथ साफ कर लें।
सोने से पहले लिप बाम्स की जगह आप होंठों पर ऐलो वेरा जेल या देसी घी भी लगा सकते हैं. नियमित तौर पर इस्तेमाल करने से आपको दोबारा फटे होंठों की दिक्कत कभी नहीं होगी.
एक चीज़ जो हम में से ज़्यादातर लोग सर्दियों में भूल जाते हैं, वो है पानी पीना. शरीर में पानी की कमी, सूखे और फटे होंठों के पीछे एक मुख्य कारण है. इसलिए अपने शरीर में पानी की मात्रा का ध्यान रखें और रोज़ाना 8-10 ग्लास पानी ज़रूर पिएं
विटामिन बी पर्याप्त मात्रा में न लेने से न सिर्फ आप का पाचनतंत्र प्रभावित होता है, बल्कि इस से आप के होंठों की सेहत भी प्रभावित होती है. होंठों के किनारे और मुंह के कोने सूख कर फट जाते हैं. विटामिन बी की कमी से मुंह में अल्सर भी हो जाता है. ऐसे में सर्दी में होंठों को स्वस्थ बनाए रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में विटामिन बी लें.
होंठों को काला होने से बचाना चाहते हैं, तो नीबू का इस्तेमाल करें. नीबू में प्राकृतिक ब्लीच होती है, जिस से होंठों के धब्बे आसानी से हलके हो जाते हैं. होंठों को गुलाबी रंगत देने, उन्हें ठंडा रखने, मौइश्चराइज करने और ऐक्सफोलिएट करने के लिए चुकंदर और गुलाबजल का इस्तेमाल करें. आप गुलाबजल की कुछ बूंदें शहद में मिला कर भी होंठों पर लगा सकती हैं. अपने होंठों को पोषण और नमी देने के लिए आप इन की औलिव औयल से मसाज भी कर सकती हैं. होंठों को प्राकृतिक रूप से गुलाबी बनाने के लिए अनार के रस की कुछ बूंदों को होंठों पर मसलें. अनार के रस में पानी और क्रीम मिला कर होंठों पर लगाएं.