महिलाओं के लिए प्रेग्नेंसी का सबसे कठिन दौर तब होता है जब उन्हें लेबर पेन यानी कि प्रसव पीड़ा शुरू होती है। हर महिला के लिए लेबर पेन अलग-अलग तरह का होता है। बहुत सी ऐसी महिलाएं होती हैं जिनमें यह दर्द बहुत कम समय के लिए होता है जबकि बहुत सी महिलाएं ऐसी होती हैं जिनमें यह दर्द लंबे समय तक होता है। लेकिन हर महिला को लेबर पेन से होकर गुजरना ही पड़ता है। अक्सर ऐसा होता है कि महिलाएं अपने लेबर पेन को पहचान नहीं पाती। कभी कभी ऐसा भी होता है जब वह फाल्स लेबर पेन को वास्तविक लेबर पेन समझ लेती हैं। इसलिए उन्हें उन लक्षणों को पहचानना बेहद जरूरी है जो लेबर पेन के बारे में सही जानकारी देते हैं। आज हम आपको ऐसे ही लक्षणों के बारे में बताने जा रहे हैं।
1. पानी निकलना – प्रसव पीड़ा का यह सबसे सटीक लक्षण है। इस दौरान वह द्रव्य जिनमें शिशु लिपटे होते हैं, वह बाहर निकलने लगता है। इन द्रवों को एमनियोटिक द्रव कहते हैं जिनका बाहर निकलना इस बात का सूचक है कि अब आपका बच्चा बाहर आने ही वाला है।
2. श्लेम का निकलना – खून जैसे रंग वाले या फिर भूरे रंग का श्लेम यानी कि म्यूकस का निकलना भी लेबर पेन का लक्षण है। गर्भाशय की ग्रीवा पर लगे श्लेम का डाट बाहर आ जाना भी प्रसव के नजदीक होने की सूचना देता है।
3. पीठ में दर्द होना – प्रेग्नेंसी के दौरान पीठ दर्द की समस्या हो सकती है। लेकिन अगर यह पीठ दर्द लंबे समय तक हो या फिर ज्यादा दर्द हो तो समझ लीजिए कि यह लेबर पेन का लक्षण है।
4. बच्चे का नीचे खिसकना – जब बच्चे का सिर आपके श्रोणि से नीचे की ओर खिसकना शुरू हो जाए तब समझ जाइए कि आपको लेबर पेन शुरू होने वाला है। इसके अलावा अगर लगातार दबाव के साथ-साथ दर्द महसूस हो रहा हो और बार बार पेशाब के लिए जाना पड़ रहा हो तो यह भी लेबर पेन का संकेत होता है।
डॉक्टर से कब मिलें – अगर आपको लगातार दर्द हो रहा हो और दर्द कम होने की बजाय बढ़ता जा रहा हो तो आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। इसके अलावा अगर शिशु की हलचल कम लग रही हो या फिर योनि से पानी या ब्लड निकल रहा हो ऐसी स्थिति में तुरंत डॉक्टर से संपर्क
करना चाहिए।
डॉक्टर या दाई को कब बुलाएं:
अगर आप निश्चित तौर पर प्रसव-पीड़ा के बारे में नहीं जानती, तो डॉक्टर या दाई को बुलाएं. वह उन महिलाओं के बुलावे के आदी होते हैं, जो प्रसव में हैं लेकिन इसके बारे में जानती नहीं हैं, साथ ही वे यह भी जानते हैं कि किनको सलाह देनी चाहिए.
अपने डॉक्टर या दाई को बुलाएं यदिः-
• आपके गर्भ के तरल पदार्थ की थैली टूट गई हो
• आपकी योनि से खून बह रहा है
• आपको बुखार, तीखा सरदर्द हो, देखने में पहले के मुकाबले बदलाव आया हो या पेट में दर्द हो
अपने डॉक्टर या दाई को बुलाएं यदिः-
• आपके गर्भ के तरल पदार्थ की थैली टूट गई हो
• आपकी योनि से खून बह रहा है
• आपको बुखार, तीखा सरदर्द हो, देखने में पहले के मुकाबले बदलाव आया हो या पेट में दर्द हो
क्या हरेक दर्द प्रसव-पीड़ा नहीं भी हो सकता है.
हां आपको झूठी प्रसव-पीड़ा भी हो सकती है अगर आपका सर्विक्स नहीं खुलता (आपका डॉक्टर या दाई आपकी जांच कर इसे बेहतर बता सकते हैं) और आपका खिंचाव लगातार और तीखा नहीं है और आपके पेट या पीठ का कोई भी दर्द एक गरम स्नान या मसाज से ही ठीक हो जाता है.
क्या पहले से प्रसव-पीड़ा को समझा जा सकता है.
शायद. हालांकि आप इसके बारे में बाखबर नहीं होंगे, लेकिन आपका शरीर बच्चों को जन्म देने के एक महीने पहले ही तैयार होने लगता है. कुछ महिलाओं में—
• सर्विक्स पहले ही खुलने लगता है
• बच्चे का सिर जन्म की स्थिति में आने लगता है
• योनि से होने वाला रिसाव बढ़ने लगता है
• ब्रेक्सटन हिक्स कांट्रैक्शंस (जिसे अभ्यासी खिंचाव के नाम से भी जाना जाता है जिसमें गर्भ की पेशियां गर्भावस्था के बीच से ही 30 से60 सेकंड के लिए खिंचने लगती हैं) नियमित और तीव्र हो जाती हैं.
• सर्विक्स पहले ही खुलने लगता है
• बच्चे का सिर जन्म की स्थिति में आने लगता है
• योनि से होने वाला रिसाव बढ़ने लगता है
• ब्रेक्सटन हिक्स कांट्रैक्शंस (जिसे अभ्यासी खिंचाव के नाम से भी जाना जाता है जिसमें गर्भ की पेशियां गर्भावस्था के बीच से ही 30 से60 सेकंड के लिए खिंचने लगती हैं) नियमित और तीव्र हो जाती हैं.