आज (17 मार्च) वर्ल्ड स्लीप डे है। आइए इस मौके पर जानते हैं कि आपके बालों की क्वॉलिटी से लेकर सेक्स लाइफ तक, नींद का होता है क्या असर...
रोगों से लड़ने की क्षमता
जब हम अच्छी नींद सोते हैं, तब हमारा शरीर कोशिकाएं और प्रोटीन्स बनाता है और इससे हमारी रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है।
ग्रोथ हॉर्मोन्स
ठीक तरह से नींद न लेने पर हमारा नर्वस सिस्टम सही से काम नहीं कर पाता और हमारी हड्डियों-मसल्स को उपयुक्त ग्रोथ हॉर्मोन्स नहीं मिल पाते।
काम पर असर
एक स्टडी में इस बात का भी पता चला है कि दोपहर के वक्त कुछ देर की नींद से याद करने और रखने की क्षमता बढ़ती है और इससे आपके काम पर अच्छा असर पड़ता है। साथ ही, आप बेहतर तरीके से पढ़-लिख सकते हैं और गणित के सवाल बेहतर ढंग से हल कर सकते हैं। नींद के अभाव में ऑफिस में आपकी प्रॉडक्टिविटी घटती है।
चेहरे पर असर
नींद हॉर्मोनल लेवल पर बहुत असर डालती है। नींद से कॉर्टिसल घटता है और आपकी स्किन बेहतर होती है। साथ ही, आपकी दृष्टि बेहतर होती है और चेहरों पर दाग आदि की समस्या से भी बचते हैं।
हार्ट अटैक से बचाव
नींद से हमारी मांसपेशियों को आराम मिलता है। इनमें हमारा दिल भी शामिल है। अच्छी नींद से हमारा दिल और ब्लड प्रेशर बेहतर होता है और हार्ट अटैक का खतरा कम हो जाता है।
सेक्स लाइफ
नींद का आपकी सेक्स लाइफ पर खास असर होता है। सेक्स लाइफ अच्छी न होने से आप तनाव में आ जाते हैं और आपके बाकी जीवन पर भी खराब असर पड़ने लगता है। सेक्स का दिमाग से बहुत गहरा संबंध है। आपका दिमाग जितना स्वस्थ और सहज रहेगा, आपकी सेक्स लाइफ उतनी ही बेहतर होगी। जैसे-जैसे उम्र बढ़ेगी खराब नींद का आपकी सेक्स लाइफ पर असर और बुरा होता चला जाएगा।
वयस्कों के लिए 7-8 घंटे की, युवाओं के लिए 9-10 घंटे और बच्चों के लिए इससे अधिक की नींद बेहतर मानी जाती है। इस बात पर गौर करें कि किस पोजिशन में आपकी नींद बेहतर हो रही है। उस पोजिशन में ही सोने की कोशिश करें।
रोगों से लड़ने की क्षमता
जब हम अच्छी नींद सोते हैं, तब हमारा शरीर कोशिकाएं और प्रोटीन्स बनाता है और इससे हमारी रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है।
ग्रोथ हॉर्मोन्स
ठीक तरह से नींद न लेने पर हमारा नर्वस सिस्टम सही से काम नहीं कर पाता और हमारी हड्डियों-मसल्स को उपयुक्त ग्रोथ हॉर्मोन्स नहीं मिल पाते।
काम पर असर
एक स्टडी में इस बात का भी पता चला है कि दोपहर के वक्त कुछ देर की नींद से याद करने और रखने की क्षमता बढ़ती है और इससे आपके काम पर अच्छा असर पड़ता है। साथ ही, आप बेहतर तरीके से पढ़-लिख सकते हैं और गणित के सवाल बेहतर ढंग से हल कर सकते हैं। नींद के अभाव में ऑफिस में आपकी प्रॉडक्टिविटी घटती है।
चेहरे पर असर
नींद हॉर्मोनल लेवल पर बहुत असर डालती है। नींद से कॉर्टिसल घटता है और आपकी स्किन बेहतर होती है। साथ ही, आपकी दृष्टि बेहतर होती है और चेहरों पर दाग आदि की समस्या से भी बचते हैं।
हार्ट अटैक से बचाव
नींद से हमारी मांसपेशियों को आराम मिलता है। इनमें हमारा दिल भी शामिल है। अच्छी नींद से हमारा दिल और ब्लड प्रेशर बेहतर होता है और हार्ट अटैक का खतरा कम हो जाता है।
सेक्स लाइफ
नींद का आपकी सेक्स लाइफ पर खास असर होता है। सेक्स लाइफ अच्छी न होने से आप तनाव में आ जाते हैं और आपके बाकी जीवन पर भी खराब असर पड़ने लगता है। सेक्स का दिमाग से बहुत गहरा संबंध है। आपका दिमाग जितना स्वस्थ और सहज रहेगा, आपकी सेक्स लाइफ उतनी ही बेहतर होगी। जैसे-जैसे उम्र बढ़ेगी खराब नींद का आपकी सेक्स लाइफ पर असर और बुरा होता चला जाएगा।
वयस्कों के लिए 7-8 घंटे की, युवाओं के लिए 9-10 घंटे और बच्चों के लिए इससे अधिक की नींद बेहतर मानी जाती है। इस बात पर गौर करें कि किस पोजिशन में आपकी नींद बेहतर हो रही है। उस पोजिशन में ही सोने की कोशिश करें।
संतुलित वजन
कम सोने वालों का वजन भरपूर सोने वालों से ज्यादा होता है। शोधकर्ताओं ने पाया है कि पांच घंटे की नींद लेने वाले लोगों में भूख बढ़ाने वाला हार्मोन 15 फीसदी अधिक बनता है। वहीं आठ घंटे की नींद लेने वाले लोगों में यह हार्मोन सामान्य मात्रा में ही बनता है। हार्मोन के बढ़ने से लोग ज्यादा खाते हैं और मोटापे का शिकार होते हैं। पर्याप्त नींद लेने का सकारात्मक असर याद्दाश्त पर भी पड़ता है। 8 घंटे की नींद सोने वाले लोग सीखी हुई चीजों को अच्छी तरह से याद रख पाते हैं। जबकि देर रात तक काम करने वाले लोगों की सोचने की क्षमता कम हो जाती है।
बीमारियों से बचाव
गहरी नींद से सोकर उठने पर आप स्वयं को तरोताजा तो महसूस करते ही हैं, साथ ही शरीर में रोगों से लड़ने वाली कोशिकाएं भलीभांति काम करती है। जिससे रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ जाती है। भरपूर नींद सोने वालों में सर्दी जुकाम और अल्सर जैसी बीमारियां भी कम होती हैं।रात में गहरी नींद लेने के बाद दूसरे दिन जो चुस्ती एवं ताजगी महसूस होती है वह किसी टॉनिक के सामान होती है। इससे आपकी कार्यक्षमता बढती है और आप बेहतर काम कर पाते है। आप भी अपनी कार्यक्षमता बढ़ाना चाहते है, तो अच्छी नींद लीजिए।
बच्चों की मानसिकता पर प्रभाव
बच्चों की मानसिकता पर प्रभाव पर्याप्त नींद न लेने से किशोरों में डिप्रेशन और आत्मविश्वास की कमी आ जाती है। आठ घंटे से कम नींद लेने वाले किशोरों में सिगरेट और शराब की लत ज्यादा पाई जाती है। साथ ही कम नींद लेने वाले विद्यार्थी बात-बात पर उग्र होकर मारपीट पर उतारू हो जाते हैं। जबकि पर्याप्त नींद लेने वाले किशोर इन सब से दूर रहते है।भरपूर नींद लेने वालों में बढती उम्र के कई लक्षण पाए जाते है। एक शोध में यह पाया गया कि प्रतिदिन 7 से 8 घंटे की नींद लेने वाले 4.5 घंटे से कम सोने वालों की तुलना में लम्बी उम्र जीते हैं।
भरपूर नींद न लेने पर कई बीमारियॉ जैसे- आँखों में सूजन होना, स्मरण शक्ति में कमी आना, आलस्य, थकान, तनाव, कमजोरी, डायबिटीज, मोटापा, और हाई ब्ल्डप्रेशर आपको घेर सकती हैं इसलिए स्वस्थ रहने के लिए भरपूर नींद लेने बेहद जरूरी है।
भरपूर नींद न लेने पर कई बीमारियॉ जैसे- आँखों में सूजन होना, स्मरण शक्ति में कमी आना, आलस्य, थकान, तनाव, कमजोरी, डायबिटीज, मोटापा, और हाई ब्ल्डप्रेशर आपको घेर सकती हैं इसलिए स्वस्थ रहने के लिए भरपूर नींद लेने बेहद जरूरी है।